ममता अड़ीं, दिनेश त्रिवेदी ने सलाह ठुकराई
कोलकाता/ नई दिल्ली। रेल बजट में यात्री किराया बढ़ाए जाने को लेकर अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की नाराजगी झेल रहे रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी से उनके दल ने शनिवार को इस्तीफा देने को कहा लेकिन त्रिवेदी ने भी स्पष्ट कर दिया कि ‘‘ममता बनर्जी लिखकर यह मांग करें तो वे दो-तीन दिन में इस्तीफा दे देंगे। अलबत्ता रेल बजट पर चर्चा का जवाब संसद में मंत्री की हैसियत से वे ही देंगें।’’ उधर ममता ने कहा है कि ‘‘रेल बजट पेश होने के कुछ ही घंटे बाद पार्टी ने त्रिवेदी को हटा कर मुकुल रॉय को रेल मंत्री बनाने के लिए प्रधानमंत्री को लिख दिया था। मुझे जो कहना था कह दिया अब फैंसला प्रधानमंत्री को ही करना है।’’
लोकसभा में तृणमूल के मुख्य सचेतक कल्याण बनर्जी ने त्रिवेदी से शनिवार को टेलीफोन पर बात की और उन्हें बर्खास्त किए जाने की प्रतीक्षा किए जाने के बदले गरिमामय तरीके से हट जाने को कहा। इस पर दिनेश त्रिवेदी ने कल्याण बनर्जी से कहा कि वे चाहते हैं कि ममता लिखित रूप में पार्टी के फैसले से उन्हें अवगत कराएं। कल्याण ने त्रिवेदी से कहा, लिखित मांग पर जोर देना उचित नहीं है। जब वह मंत्री बने थे उस समय उन्होंने ममता बनर्जी की ओर से लिख कर दिए जाने पर जोर नहीं दिया था। पार्टी का सदस्य होने के नाते उन्हें स्थिति समझनी चाहिए और जब पार्टी नहीं चाहती कि वह मंत्री रहें तो उन्हें गरिमामय तरीके से पद छोड़ देना चाहिए। आपने मंत्री पद की शपथ ली क्योंकि पार्टी ऐसा चाहती थी। पार्टी आज नहीं चाहती तो आपको इस्तीफा दे देना चाहिए।
त्रिवेदी के तर्क को खारिज किया
तृणमूल ने दिनेश त्रिवेदी के इस तर्क को भी खारिज कर दिया कि चूंकि रेल बजट उन्होंने पेश किया है इसलिए संसद में उन्हें चर्चा का जवाब देना है। पार्टी ने उन्हें ध्यान दिलाया कि तहलका मामला उजागर होने के बाद ममता ने 2001 में यही मंत्रालय छोड़ दिया था। लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के संसदीय दल के नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, पहले भी ऐसा हुआ है। सन 2001 में बजट पेश करने के बाद ममता ने राजग सरकार में रेल मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके बाद रेल मंत्री बने नीतिश कुमार ने बहस का जवाब दिया था। ममता प्रणाली को समझती हैं ।
पार्टी का अंदरूनी मामला
इस बीच प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री वी. नारायणसामी ने कहा है कि दिनेश त्रिवेदी को हटाने का निर्णय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी करेंगीं। त्रिवेदी का इस्तीफा तृणमूल कांग्रेस का अंदरूनी मामला है। अगर हमें तृणमूल की तरफ से कोई जानकारी मिलती है तो निर्णय प्रधानमंत्री, संप्रग अध्यक्ष और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख करेंगे।