View Single Post
Old 13-11-2010, 10:04 PM   #9
jai_bhardwaj
Exclusive Member
 
jai_bhardwaj's Avatar
 
Join Date: Oct 2010
Location: ययावर
Posts: 8,512
Rep Power: 99
jai_bhardwaj has disabled reputation
Default

अरविन्द भाई , ऐसी ही प्रविष्टियाँ हैं जिनसे हिंदी फोरम का उत्थान संभव है / मैं अभिभूत हो रहा हूँ इसे बारम्बार पढ़ कर , मित्र /
ऐसी प्रविष्टियों के स्वामी कुछ ही लोग होते हैं क्योंकि लिखने में श्रम करना पड़ता है / शायद वे सदस्य भी समझ सकें जो एक स्थान से चित्र उड़ाकर दूसरे स्थान में रख कर वाहवाही की कामना करते हैं/
मित्र, हमें आपसे ऐसे ही प्रासंगिक प्रविष्टियों की प्रतीक्षा है /
धन्यवाद /
__________________
तरुवर फल नहि खात है, नदी न संचय नीर ।
परमारथ के कारनै, साधुन धरा शरीर ।।
विद्या ददाति विनयम, विनयात्यात पात्रताम ।
पात्रतात धनम आप्नोति, धनात धर्मः, ततः सुखम ।।

कभी कभी -->http://kadaachit.blogspot.in/
यहाँ मिलूँगा: https://www.facebook.com/jai.bhardwaj.754
jai_bhardwaj is offline   Reply With Quote