Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
नारियल पेड़ पर चढ़ने की मशीन हो रही है लोकप्रिय
त्रिसुर। केरल में नारियल तोड़ाई आदि के लिए पेड़ पर चढ़ने वाले परम्परागत श्रमिकों की घटती संख्या को देखते हुए केरल कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित नारियल पेड़ पर चढ़ने में सहायक मशीन तेजी से लोकप्रिय हो रही है। विश्वविद्यालय के कृषि अनुसंधान स्टेशन के प्रमुख यू जयकुमारन ने कहा कि यह ‘केएयू केरा सुरक्षा कोकोनट क्लाइमबिंग मशीन’ कम के लिहाज से सुरक्षित है। पेड़ पर चढ़ने वाले का संतुलन बिगड़ने पर यह उसे गिरने से बचा लेती है। इस मशीन में सीट और पेडल लगे हुए हैं और यह नारियल पेड़ के तने को अच्छी तरह से जकड़ लेती है। उन्होंने कहा कि नारियल तोड़ने वाले परंपरागत जनजातीय श्रमिक यह काम छोड़ रहे हैं। इसमें निपुणता की जरूरत होती है और पेड़ पर चढ़ना जोखिम भरा रहता है। जयकुमारन ने बताया कि केरल में करीब 20 करोड़ नारियल के पेड़ हैं जो कि नौ लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में फैले हैं। उन्होंने बताया कि एक मशीन की कीमत फिलहाल 8,000 रुपए है। यदि इसका विनिर्माण बड़े स्तर पर किया जाए तो इसके दाम में भारी कमी लाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि केरल से बाहर महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु से भी इस मशीन की मांग हो रही है।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
|