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Originally Posted by ndhebar
एक और उम्दा नज्म
एक साहित्य प्रेमी को आपकी कविताओं को पढने के बाद वही सुकून हासिल होता है, जो भोजन के शौक़ीन को एक लजीज व्यंजन ग्रहण करने के बाद मिलता है
धन्यवाद
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मित्र , मेरे बारे में आपकी ऐसी राय आपका मेरे प्रति प्रेम है . इसे बनाए रखें .वैसे आप भले ही मुझसे संतुष्ट हों किन्तु मैं अब तक स्वयं से असंतुष्ट ही हूँ . आपका आभार .