Re: सत्यमेव जयते
जाने-अनजाने आमिर खान ने सारे देश के मीडिया को बता दिया कि यह समाज सनी लियोन, कैटरीना, निर्मल बाबा और पूनम पांडे के अलावा भी बहुत कुछ देखना-सुनना और जानना चाहता है, चाहता रहेगा। सच का आईना देखकर आधुनिक समाज मुंह नहीं छुपाता अब, बल्कि अपने चेहरे की हर कालिख को खुली आंखों से पोंछ देना चाहता है।
नन्ही बेटियां किस बेरहमी से कोख में कत्ल की जा रही है और समाज की मानसिकता में 'एक कदम आगे दो कदम पीछे' का बदलाव कितनी गहरी चिंता का विषय है, सत्यमेव जयते ने यह सिद्ध कर दिया है। आंकड़ों के पीछे का रूदन 'कोख' से उठकर ढीले सरकारी प्रयासों तक 'नक्कारखाने में तूती की आवाज' मात्र रह जाता है।
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