Re: स्वास्थ्यवर्द्धक समाचार : नए शोध और खोजें
रीढ़ सम्बंधी बीमारी के कारणों का पता चला
वाशिंगटन। वैज्ञानिकों ने एक ऐसे अनुवांशिक परिवर्तन की पहचान कर ली है जो रीढ़ की हड्डी से सम्बंधित कुछ बीमारियों की वजह है। इस वंशानुगत बीमारी से रीढ़ की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। केडर्स सिनई मेडिकल सेंटर में अध्ययन की अगुवाई करने वाले राबर्ट एच बालोह ने कहा कि यह घातक नहीं है और रोग का निदान किया जा सकता है लेकिन आम तौर पर मरीज कमजोर हो जाते हैं और उन्हें चलने फिरने के लिए जिंदगी भर व्हीलचेयर आदि का सहारा लेना पड़ता है। रीढ़ सम्बंधी गड़बड़ियों की शुरुआत आम तौर पर बचपन से ही हो जाती है। इसमें सभी मोटर न्यूरान्स शामिल होते हैं। कोशिकाओं के भीतर एक कण कोशिकाई अवयवों के परिवहन को आगे बढ़ाता है और अनुवांशिक परिवर्तन इस कार्य में बाधा पैदा करते हैं। वैज्ञानिकों ने पाया कि अनुवांशिक तब्दीली के साथ कमजोरी आदि भी जुड़ जाती है और इसमें मस्तिष्क की भूमिका भी अहम है। बालोह ने कहा कि अध्ययन से पता चला कि मानवों में डीवाईएनसी1एच1 से सम्बंधित बीमारियां केंद्रीय तंत्रिका तंत्र में हुई गड़बड़ियों के कारण होती है।
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