Re: रुपए में गिरावट के छह कारण
व्यापार घाटा
भारत निर्यात के मुकाबले आयात अधिक करता है, इसकी वजह से व्यापार में काफी असंतुलन होता है जिसे व्यापार घाटा भी कहते हैं.
मार्च 2012 में समाप्त होने वाले वित्त वर्ष में यह घाटा बढ़ कर 185 अरब डॉलर पहुंच गया जबकि इसका अनुमान 160 अरब डॉलर का था.
भारत के वाणिज्य सचिव राहुल खुल्लर ने कहा है कि कच्चे तेल में गिरावट और सोने के आयात में नियंत्रण से इसमें 2012-13 में कुछ कमी आएगी.
तेल में एक डॉलर प्रति बैरल की गिरावट से देश का घाटा 90 करोड़ डॉलर कम हो सकता है.
दूसरी तरफ भारत के निर्यात में इस साल का प्रदर्शन निराश कर सकता है.
खुल्लर का कहना है कि भारत खुशकिस्मत होगा अगर यूरोप का संकट और अमरीका की धीमी बहाली के चलते 2011-12 में 21 % से बढ़ने वाला निर्यात 2012-13 में 10-15% की वृद्धि कर पाए
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