Re: रुपए में गिरावट के छह कारण
रुपए पर अटकलबाजी
पिछले हफ्तों और महीनों में रुपए को गिरने से बचाने के लिए खुले बाजार में डॉलर बेचने की भारतीय रिजर्व बैंक की कोशिशें नाकाम रही हैं. इससे मुश्किलें और बढ़ी हैं.
अगर एक बार मुद्रा के व्यापारी और सट्टेबाज यह मान लें कि भारत का केंद्रीय बैंक अपना एक्सेंज यानी विनिमय दर नहीं संभाल पा रहा, और मुद्रा पर प्रतिकूल असर कम नहीं कर पा रहा तो वे रुपए को बेचने के लिए बड़े पैमाने पर भारतीय बाजार में उतर सकते हैं.
इसका नतीजा यह होगा कि रुपए की कीमत और गिर सकती है.
विश्लेषक जो यह मानते थे कि भारतीय मुद्रा डॉलर के मुकाबले 55 रुपए तक स्थिर हो जाएगी अब कह रहे हैं कि ऐसा 60 रुपए पर होगा.
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