Re: यादें ओलिम्पिक की
प्रोफेशनल खिलाड़ियों पर थी पाबंदी
1900 और 1904 ओलिंपिक की फुटबॉल स्पर्द्धा में किसी देश की राष्ट्रीय टीम ने नहीं बल्कि क्लबों ने भाग लिया था। इसके बाद से ही इसमें राष्ट्रीय टीमों की भागीदारी शुरू हुई। हालांकि तब अंतर्राष्ट्रीय ओलिंपिक समिति ने प्रोफेशनल खिलाड़ियों के भाग लेने पर प्रतिबंध लगा दिया था और सिर्फ एमेच्योर्स को ही ओलिंपिक में खेलने की अनुमति थी। दूसरे विश्व युद्घ के बाद से सोवियत संघ और इसके नजदीकी पूर्वी यूरोप के देशों ने इस नियम का खूब फायदा उठाया। यहां के खिलाड़ी राष्ट्रीय तौर पर प्रायोजित होते थे, जिससे वे एमेच्योर बने रहते थे। यही वजह है कि 1948 से 1980 तक ओलिंपिक फुटबॉल में दांव पर लगे 27 में से 23 पदक पूर्वी यूरोप के देशों ने जीते।
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
Last edited by Dark Saint Alaick; 03-06-2012 at 06:34 AM.
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