अनोखे गीत
नमस्कार!
यह दसक संगीत/गानो के दिवानो के लिये क्रांतिकारी रहा । ओडियो केसेट की रील से निकल कर हम सीडी-डीवीडी के युग तक पहूंच गए है! जब किसी गाने को सुन कर उसे भुल जाने तक गुनगुनाया जाता था, एक मात्र रेडियो पर जीस गुंज सुनाई देते ही हम मचल उठते थे...जीन गानो को कभी औडियो केसेट में पाने को नाकाम रहेते थे...उन गानो को एक क्लिक से, एक पल में सुन सकते है!
फिल्मी गानो का शौक तो सभी की तरह मुझे भी है । मेने अपनी मिडलक्लास लाईफ में बहोत से लोगो को देखा है, जीनकी पसंद कुछ अलग ही होती है। उदाहरण स्वरुप...रीक्षावाले, मजदुर, गांव के लोग। सब अपनी एक अलग दुनिया में जीते है और अलग ही गाने सुनते है...
ईन गानो को सब लोग सुन कर शायद भुल भी जाते होंगे, क्यों कि ईनमे शब्द या संगीत की कोई उंचाई-गहराई नहि है...लेकिन फिर भी कभी कभी घरो में, मोबाईल में, आटो रीक्षा में, पानके गल्लो पर या चायके ठेलो पर में उनके गाने सालों से बजते रहें है।
तो पेश है...एक रोचक सफर...
Last edited by Deep_; 01-08-2012 at 11:59 PM.
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