Re: डार्क सेंट की पाठशाला
कामयाबी के लिए प्रयास जरूरी
कामयाबी उसी को मिलती है जिसके भीतर उसे पाने की इच्छा होती है। कामयाबी पाने की इच्छा के साथ-साथ कामयाबी पाने की रीति मालूम होनी चाहिए। इसके बाद आपको तब तक निरन्तर प्रयत्न करते रहना चाहिए जब तक कामयाबी न मिले। कामयाबी पाने की चाह ही काफी नहीं है। उसके लिए प्रयत्न करना अनिवार्य है। ऐसा भी नहीं है कि आप प्रयत्न नहीं करते हैं। प्रयत्न करते हैं, करते ही जाते हैं, लेकिन फिर भी सफल नहीं हो पाते हैं। दरअसल होता यह है कि हम बेतहाशा प्रयत्न करते जाते हैं लेकिन अपने दोषों और कमियों को दूर करना नहीं भूलते हैं। अतीत को विस्मरण कर बैठते हैं। उसकी जांच-पड़ताल करना ही नहीं चाहते हैं। अतीत की जांच-पड़ताल हमें बहुत कुछ सिखाती है। प्रत्येक नाकामयाबी एक नया पाठ सिखाती है यानि कामयाबी का एक सूत्र देती है। किसी भी योजना को पूर्ण करने के लिए दो प्रकार होते हैं। एक सकारात्मक और दूसरा नकारात्मक। कहने का तात्पर्य यह है कि धनी बनने के लिए या तो आय बढ़ाएं या व्यय घटाएं। आप उत्पादन बढ़ाना चाहते हैं तो आपको कार्य की अवधि बढ़ानी होगी या फिर कार्य के समस्त विघ्न या व्यर्थ के विलम्ब को दूर करना होगा। कामयाबी के प्रदेश की यात्रा प्रारम्भ करने से पूर्व अपने समस्त दुर्गुणो, कमियों और समस्त नकारात्मक विचारों व पछतावों को आपको त्यागना होगा। मन में कामयाबी पाने का दृढ़ विश्वास होना चाहिए। आपको कामयाबी मिले इसलिए परमात्मा को अपना सहयोगी अवश्य मानें क्योंकि ऐसा करने से आपमें एक विश्वास उत्पन्न होता है। जब आपके मन में होगा कि मुझे कामयाबी अवश्य मिलेगी और प्रयत्न भी योजनाबद्ध होगा तो ईश्वर आपका अपने आप सहयोगी बन जाएगा और आपको कामयाबी के प्रदेश की यात्रा कराकर ही मानेगा। इसलिए जो भी काम करें या कामयाबी के लिए जो भी कदम उठाएं पूरे विश्वास के साथ उठाएं।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
|