यूनानी कविता
बिना तुम्हारे कबूतर
-निकेफ़ोरास व्रेताकास
बिना तुम्हारे कबूतरों ने
पाया नहीं होता जल
बिना तुम्हारे ईश्वर ने
आलोकित नहीं किए होते अपने फ़व्वारे
सेब का वृक्ष अपने फूल बिखेर देता है
बहती हवा में अपने कोट में
आकाश से तुम लाती हो जल
गेहूं की चमक और तुम्हारे ऊपर लटका है
गौरैयों से बना एक चन्द्रमा