Re: बीरबल की साजिश
एक बेरहम शहंशाह से और उम्मीद भी क्या की जा सकती है ……… जिसके आगे सारा हिन्दुस्तान झुकता हो, वो भला एक कनीज़ के आगे झुक जाता ………….. ! आज मुगलिया सल्तनत का इन्साफ कहाँ गया जब एक कनीज़ को एक शहजादे से मोहब्बत करने के जुर्म में बेड़ियों में ज़कड़ा जाता हो और शहजादे को महल में………….. कहाँ गया वो इन्साफ का तराज़ू……….. !
उस इन्साफ के तराजू की तो हमने फिल्म बनवा दी है बड़ी हिट रही ………………. लेकिन हमने फिर भी इन्साफ किया है अनारकली तुम्हे छोड़कर चली गयी है शहजादे…………. अकबर ने सलीम को समझाते हुए कहा
शहंशाहों के इन्साफ और ज़ुल्म में किस कदर कम फर्क होता है……………… सलीम धीरे से बुदबुदाया …….! वो चली गयी या आपने उसका क़त्ल करवा दिया ……?
अकबर ने पीछे घूमकर आवाज लगाई…….. मानसिंह ………. ! मानसिंह सिर झुकाए बड़े अदब के साथ अकबर के सामने आकर खड़े हो गए……..!
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घर से निकले थे लौट कर आने को
मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए
बिगड़ैल
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