Re: दोस्तों की "चौपाल".
Quote:
Originally Posted by bhavna singh
राम राम मलेठिया जी ...........!
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राम राम भावना जी।......
काफी समय बाद नजर आये आप ?
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मांगो तो अपने रब से मांगो;
जो दे तो रहमत और न दे तो किस्मत;
लेकिन दुनिया से हरगिज़ मत माँगना;
क्योंकि दे तो एहसान और न दे तो शर्मिंदगी।
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