तृतीय विश्व युद्ध की घोषणा की तैयारी में थे जेएफके
लंदन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जान एफ कैनेडी ने क्यूबा के मिसाइल संकट के गहराने की सूरत में क्यूबा पर बड़ा हमला बोलने के लिए तीसरे विश्व युद्ध की घोषणा करने की तैयारी कर ली थी। शीतयुद्ध से संबंधित दस्तावेजों में यह जानकारी दी गई है । राबर्ट एफ कैनेडी की निजी फाइलों से जारी किए गए दस्तावेजों में बताया गया है कि यदि अक्तूबर 1962 में सामरिक परमाणु मिसाइलों से लदे सोवियत पोत क्यूबा पहुंच जाते तो जेएफके अपना ऐतिहासिक भाषण देने वाले थे। जेएफके के तैयार भाषण की शुरुआत इन शब्दों से होने वाली थी, ‘मेरे अमेरिकी साथियो, भारी दिल से और अपने पद के आवश्यक दायित्वों को पूरा करने के लिए मैंने आदेश दिया है कि अमेरिकी वायुसेना क्यूबा की धरती से प्रमुख परमाणु हथियारों के जखीरे को हटाने के लिए पारंपरिक हथियारों से सैन्य अभियान छेड़ रही है।’ इस सप्ताह क्यूबा मिसाइल संकट के 50 साल पूरे हो रहे हैं। क्रिश्चियन साइंस मॉनीटर में हार्वर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और क्यूबा मिसाइल संकट के विशेषज्ञ ग्राहम ऐलीसन ने कहा है कि क्यूबा पर हमले से निश्चित रूप से तीसरा विश्व युद्ध शुरू हो जाता और इसमें लाखों लोगों की जान जाती। राबर्ट कैनेडी ने रक्षा मंत्री राबर्ट मैकनामारा की योजना पर आगे बढ़ते हुए सोवियत संघ के गतिरोध समाप्त नहीं करने की सूरत में क्यूबा पर 500 बार विमानों से बम गिराने और उसके बाद 90 हजार सैनिकों के साथ हमला बोलने की तैयारी की थी। आरएफके के दस्तावेजों के अनुसार, ऐसा इसलिए नहीं हो पाया, क्योंकि जेएफके और सोवियत प्रधानमंत्री निकिता ख्रुश्चेव, दोनों को अहसास हो गया था कि जो होगा, वह बेहद भीषण होगा। दस्तावेजों में यह भी कहा गया है कि 1964 में माफिया की सहायता से क्यूबाई नेता फिदेल कास्त्रो को रास्ते से हटाने की भी योजना तैयार की गयी थी। माफिया और एक तथाकथित ‘पेट्रियाटिक क्यूबा एग्जाइल्स’ नामक संगठन एक लाख डालर में कास्त्रो की, 20 हजार डालर में उनके भाई राउल कास्त्रो की और 20 हजार डालर में क्रांतिकारी चे ग्वेवारा की हत्या करने पर सहमत हो गया था।