Re: हमारी शेर "ओ" शायरी
तुम्हारे लिए मेरी हर सांस गम उठाएगी,
तुम्हारे लिए ये जिंदगी भी बर्बाद हो जायेगी,
आजमाना हो तो बोलो खुद को खाक कर के दिखा दूं,
तुम्हारे नाम की आवाज़ तो मेरे खाक से भी आएगी |
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घर से निकले थे लौट कर आने को
मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए
बिगड़ैल
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