Re: जसपाल भट्टी नहीं रहे।............
‘व्यवस्था की बुराइयों पर सही मायने में चोट करते थे भट्टी’
जालंधर जिले के शाहकोट इलाके में सड़क दुर्घटना के शिकार दिवंगत व्यंग्य कलाकार जसपाल भट्टी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अनेक हास्य कलाकारों ने भट्टी को ‘सामाजिक बुराइयों’ और ‘व्यवस्था की खामियों’ पर करारी चोट मारने वाला कलाकार बताया । जसपाल भट्टी के दोस्त तथा मशहूर कमेडियन चाचा रौनकी राम ने कहा, ‘‘देश से आज महान व्यंग्यकार, अदाकार, कलाकार, सेवादार के साथ साथ मेरा दिलदार चला गया । ‘हंसी’ और ‘व्यंग्य’ तो आज पंगु हो ही गया मैं भी आज से तन्हा हो गया ।’’ चाचा ने कहा, ‘‘भट्टी देश भर में अकेले ऐसे कलाकार थे जो हमेशा सामाजिक बुराई और व्यवस्था खामियों पर अपने व्यंग्य के सहारे चोट करते थे । लोगों की समस्याओं को व्यंग्य के जरिए ऐसे पेश करते थे कि लोगों को भी और शासक वर्ग को भी सोचने पर मजबूर कर देता था ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उनकी अपनी शैली थी । वह अलग तरह के व्यंग्यकार थे । मजाक करना उसकी आदत थी । वह सोते में भी मजाक करते थे । मेरी 32 साल से उनसे दोस्ती थी । हमारी तीकडी थी। मैं जसपाल और विवेक शौक । विवेक बहुत पहले ही चला गया । अब यह भी चला गया ।’’ प्रसिद्ध हास्य कलाकार भगवंत मान ने कहा, ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण है । भरोसा नहीं हो रहा है । मुझे तो लगा कि यह उनका अंदाज है । पर भगवान ने हमसे हमारी हंसी छीन ली । एक निर्वात पैदा हो गया है जो कभी भरा नहीं जा सकता है ।’’
मान ने कहा, ‘‘अपनी हाजिर जवाबी और हास्य से सबको हंसाने वाला यह कलाकार आज हम सबको रूला कर अचानक चला गया । भट्टी की खासियत यह थी कि नेताओं के भ्रष्टाचार या समाज की बुराइयों और सरकार के काम काज पर बहुत ही कडे अंदाज में व्यंग्य करते थे । यह हंसाने वाला तो होता ही था, लोगों को सोचने पर मजबूर भी कर देता था ।’’ उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बिजली दिये जाने के दावे पर व्यंग्य कर जाते जाते भट्टी ने पहले हंसाया फिर सबको रूला के चले गए । पंजाबी फिल्मों के निर्माता राकेश बतरा ने कहा कि वह हाजिर जवाब थे । उनका स्थान कोई नहीं ले सकता है । लोगों को हंसाने का उनका अपना अंदाज था । ‘पावर कट’ फिल्म के पोस्टर पर उन्होंने लिखा था ‘‘मिस डाइरेक्टेड बाई जसपाल भट्टी’’ । आज हमलोगों को फिल्म का संगीत जारी करना था । बतरा ने कहा कि पावर कट के प्रचार और संगीत जारी करने के लिए पत्रकारों को उन्होंने जो संदेश भिजवाया था उसमें उन्होंने ‘पाइरेटेड म्युजिक रीलिज आफ पावर कट’ के मौके पर आपका स्वागत है लिखने के लिए कहा था । उन्होंने कहा, ‘‘उनकी हर बात में व्यंग्य और कमेडी थी । एक बार रात को सोते में गलत नंबर से फोन आया । पूछा ब्रिगेडियर साहब हैं । भट्टी ने सोते में उत्तर दिया - नहीं । वह दूध लेने गए हैं ।’’
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
Last edited by Dark Saint Alaick; 26-10-2012 at 10:49 PM.
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