Re: कसाब को फांसी से मनी दूसरी दिवाली
हमें न्याय मिला : रागिनी
नरसंहार में मारे गए रेलवे के टिकट संग्रहकर्ता एस. के. शर्मा की पत्नी रागिनी ने कसाब को फांसी दिए जाने पर कहा कि मेरे दिमाग में सबसे पहले जो बात आई वह यह कि जो हुआ, अच्छा हुआ। हम खुश हैं कि हमें न्याय मिला। रागिनी ने कहा ‘मैं राष्ट्रपति को धन्यवाद देना चाहती हूं। देर से ही सही, हमें न्याय मिल ही गया। मैं खुश हूं कि कसाब को फांसी पर लटकाने का काम चुपचाप किया गया वरना मानवाधिकारों के लिए आवाज उठाने वाले कुछ लोग इसका विरोध करते।
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
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