Re: बिहारी सदस्यों और असदस्य भाइयों को बधाई
अरविन्द भाई आप हमारे तरफ कभी आए
विकास हैँ कहाँ हैँ हमारे तरफ तो नहीँ हैँ
बाजीगर के तरह सिर्फ घौसना करने से कुछ नहीँ होता
अगर कोई बिमार होगया तो शहर लाना परेगा
शहर लाने के लिए बाईक का सहारा है गाडी के भरोसे रहे तो आपको पता हैँ भारतीय रेल का तो पता हैँ आपलोगो को अगर जनेटर ना चले तो लालटेन तो जलता हैँ मगर मोबाईल कहाँ से चार्ज करुँगा
एपीयल मे गरीब का नाम हैँ बीपीएल मेँ अमीर का नाम हैँ बैँक से लोन अगर लेना हो तो 15 से 20 प्रतीसत देने होगे क्रमसः
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दोस्ती करना तो ऐसे करना
जैसे इबादत करना
वर्ना बेकार हैँ रिश्तोँ का तिजारत करना
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