लता-आशा के प्रशंसक
देश-दुनिया को सितार के तारों से झंकृत कर देने वाले पं. रविशंकर के मन में कलाकार होने के नाते हर दूसरे कलाकार के लिए सम्मान था। भले ही पं. रविशंकर ने दुनिया के हर कोने में सितार की धुनें छेड़ी हों, लेकिन उन्हें पार्श्व गायिका लता मंगेशकर और उनकी बहन आशा भोसले का गायन बेहद पसंद था। वह दोनों के बहुत बडे प्रशंसक रहे। वे अक्सर कहते थे कि मुझे दोनों बहनों द्वारा गाई गई ठुमरी और गजल बहुत अच्छी लगती हैं। इन दोनों के शास्त्रीय संगीत पर आधारित एक नहीं, बल्कि कई गीत मुझे बेहद पसंद हैं।