Re: कुछ अपनी कुछ जग की
“सरकार जनता पर दो तरीके से कर लगाती है. प्रत्यक्ष कर और अप्रत्यक्ष कर. प्रत्यक्ष कर धनिकों पर लगता है और अप्रत्यक्ष कर आम, गरीब जनता पर. सरकार प्रत्यक्ष कर धनिकों पर उनके बर्दाश्त की सीमा तक लगाती है जब कि अप्रत्यक्ष कर आम जनता पर उस सीमा तक लगाती है जब तक कि वे इसे समझ नहीं सकते.”
__________________
मैं क़तरा होकर भी तूफां से जंग लेता हूं ! मेरा बचना समंदर की जिम्मेदारी है !!
दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत ! यह एक चिराग कई आंधियों पर भारी है !!
|