अरे कोण तो सिनेमा रहे जिस मै अपने बच्चन साहिब मुर्गे नाम ,एइम गच्चा खा गए। जब वकील ने कहा यह तो मुर्गा है तो बोले अरे ज़ल्द्द बाज़ी बहुत करते हैं आप लोग अभी दूसरा हाथ कहाँ लगाया है। अब इन जनाब को देखिये,,,मुश्किलों में कमांडो और चुस्त। दस मिनट तक खेल देखा मजाल कोई वरांडे पर चढ़ जाए। गले में आवाज़ हो तो कुत्ते भी डरते हैं। यह कल्लन के मामा भी कहाँ कहाँ से खोज के आइटम लाते है। यह मीट खता है..आवाज़ ऐसी की गब्बर को डरा दे। और किस्मार पूछिए मत सब प्यार करते हैं...लफडा सारा इंसानों के बीच ही है, इधर लाइफ में पंगा नहीं है।