Re: चिंतन शिविर में राहुल गांधी का भाषण
हम ऐसी स्थिति में क्यों है? मैं आप से पूछता हूं कि ऐसा क्यों है कि हमारे मंत्रालय पंचायतों में काम करें? सुप्रीम कोर्ट भी निचले स्तर के न्यायालयों के कार्यभार को क्यों हैण्डल करे? मुख्यमंत्री को एक शिक्षक को नियुक्त करने की क्यों जरूरत है? वाइस चांसलर्स की नियुक्ति ऐसे लोगों द्वारा क्यों की जाती है जिनका शिक्षण व्यवस्था से दूर-दूर तक लेना-देना नहीं है। आप चाहे किसी भी राज्य को देख लें, किसी भी राजनीतिक पार्टी को देख लें, ऐसा क्यों है कि केवल मुट्ठी भर लोग ही इस पूरी पार्टी पर नियंत्रण रखते हैं? हमारे देश में सत्ता का घोर केन्द्र्रीकरण हो गया है। हम व्यवस्था के शीर्ष पर बैठे लोगों को ही सशक्त बनाते हैं। हम नीचे तक के सभी लोगों को सशक्त करने में विश्वास नहीं करते।
मैं प्रतिदिन ऐसे लोगों से मिलता हूं जिनमें अपार सोच होती है, जिनमें गहरी अर्न्तदृष्टि होती है किन्तु जिन्हें कोई आवाज नहीं मिलती। हम सभी ऐसे लोगों से मिलते हैं। ऐसे लोग सभी जगह होते हैं किन्तु प्राय: हमेशा ही ऐसे लोगों को व्यवस्था से बाहर रखा जाता है। कोई भी उनकी आवाज नहीं सुन सकता है। वे चाहे बोलने का कितना भी प्रयास कर लें किन्तु उनकी बात को कोई नहीं सुनता। मैं ऐसे लोगों से भी मिलता हूं जो उच्च पदों पर होते हैं और जिनकी ऊंची आवाज भी होती है किन्तु ज्वलंत मुद्दों के प्रति उनकी कोई सोच अथवा समझ नहीं होती।
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
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