Re: चिंतन शिविर में राहुल गांधी का भाषण
दूसरी बात, हम लीडरशिप डवलपमेन्ट पर फोकस नहीं करते। आज से पांच-छह साल बाद ऐसी बात होनी चाहिए। अगर किसी स्टेट में हमें चीफ मिनिस्टर की जरूरत हो, तो जैसे पहले फोटो हुआ करती थी कांग्रेस पार्टी की, चालीस फोटो हुआ करती थी। नेहरू, पटेल, आज़ाद जैसे हुआ करते थे, दिग्गज होते थे, उनमें से कोई भी देश का पीएम बन सकता था। उनमें से कोई भी देश को चला सकता था। सिर्फ प्रदेश को नहीं, देश को चला सकें , ऐसे 40-50 नेता तैयार करने हैं। हर प्रदेश में हमारे पांच, छह, सात, दस ऐसे नेता हों जो चीफ मिनिस्टर बन सकें। और हर डिस्ट्रिक में, हर डिस्ट्रिक में ये बात हो, ब्लॉक में ये बात हो। और अगर कोई हमसे पूछे, भैया कांग्रेस पार्टी क्या करती है, कांग्रेस पार्टी हिन्दुस्तान के भविष्य के लिए नेता तैयार करती है। कांग्रेस पार्टी सेक्यूलर नेता, ऐसे नेता जो गहराई से हिन्दुस्तान को समझते हैं। जो जनता से जुड़े हुए, वैसे नेता तैयार करती है। ऐसे नेता तैयार करती है, जिनको हिन्दुस्तान के सब लोग देख कर कहते है भैया हम इनके पीछे खड़े होना चाहते हैं। तो लीडरशिप डवलपमेन्ट की जरूरत है और इसके लिए ढांचे की जरूरत है, सिस्टम की जरूरत है, इन्फॉर्मेशन की जरूरत है। क्योंकि यहां पर, जो नहीं होता है, इसलिए नहीं होता है कि कोई चाहता नहीं। इसलिए नहीं होता है क्योंकि सिस्टम नहीं है, और सिस्टम बनाया जा सकता है और इस सिस्टम को आप लोग बनाओगे और आप लोग चलाओगे।
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
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