Re: चिंतन शिविर में राहुल गांधी का भाषण
मैं पिछले आठ साल से यहां काम कर रहा हूं। और मैंने आपसे कहा कि आपने मुझे सिखाया। सीनियर नेता बैठे है। कल मैंने, ओलाजी का भाषण सुना, कितनी गहरी बात बोली उन्होंने और युवा भी बैठे थे, उन्होंने भी गहरी बात बोली। चिदम्बरमजी थे, एन्टनीजी थे, उन्होंने गहरी बात बोली, यहां पर कैपेबिलिटी की कोई कमी नहीं है। गहराई की कोई कमी नहीं है। जिस प्रकार ये पार्टी सोचती है, जितनी डेप्थ इस पार्टी में है, कहीं और नहीं है, पार्लियामेन्ट में दिखता है, सब जगह दिखता है। और मैं आपको ये बताना चाहता हूं कि मैं सब कुछ नहीं जानता हूं। दुनिया में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जो सब कुछ जानता है। कांग्रेस पार्टी में करोड़ों लोग हैं, कहीं न कहीं जानकारी जरूर है, मैं आपसे ये कहना चाहता हूं कि मैं उस जानकारी को ढूढूंगा। सीनियर नेताओ से पूछूंगा, शीलाजी बैठी हैं, गहलोतजी बैठे हैं, अल्वीजी बैठे हैं, बहुत सारे लोग हैं, सबके नाम नहीं ले सकता हूं, मगर मैं आपसे पूछूंगा, आपसे सीखूंगा, क्योंकि इस पार्टी का इतिहास, आपके अंदर है। इस पार्टी की सोच, आपके अंदर है। और मैं सिर्फ आपकी आवाज को आगे बढ़ाऊंगा। जो सुनाई देगा वो मैं आगे बढ़ाऊंगा, और फेयरनेस की बात होती है, कल मैंने मीटिंग में कहा, हर कचहरी में दो लोग होते हैं, लॉयर होता हैं, जज होता है, मैं जज का काम करूंगा, लॉयर का काम नहीं करूंगा। अब मैं वापस अंग्रेजी में बोलना चाहता हूं तो थोड़ा मैं आपको, अब इमोशनल बात कहना चाहता हूं, दिल की बात कहना चाहता हूं।
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
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