Re: हिंदी मंच और इसके सदस्य .............
पिछली प्रविष्टियों में मैंने पहले कुछ न लिखने के बहानों पर और बाद में कुछ बहानों के निराकरण पर चर्चा की थी। अब आगे ................................
आजकल जैसा कि हिन्दी मंचों मे एक सूखा/अकाल पड़ा हुआ है। कुछ इसलिये नही लिख रहे है कि टाइम नही मिलता, कुछ इसलिये नही लिख रहे कि कोई टिप्पणी नही करता और कुछ इसलिये नही लिख रहे है कि लोगो ने टिप्पणी करके आलोचना की। अब किसी को कितना समझाया जाय कि हिंदी मंच कोई साहित्य - सम्मलेन नही है, जो इतना परेशान हुआ जाय। बस मन की भड़ास है, निकाल दो। जितना जल्दी निकालोगे उतना जल्दी चैन आयेगा। अब जरा बात की जाय गंभीर लेखन की। हिंदी मंच के कई सदस्य इसलिये नही लिखते कि उनको मनमाफ़िक विषय नही लिखते। बोलते है, क्या लिखे कोई नया समाचार ही नही दिखता। अब भई आपके लिये नये समाचार जुगाड़ करने के लिये हम कोई अपराध तो करने से रहे। बस इतना कर सकते है कि आपको सलाह दे सकते है कि क्या क्या लिखा जा सकता है।
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