Re: अब लाइलाज नहीं रहा कैंसर
बोन कैंसर : तकनीकें बचा सकती हैं अंगों को
बोन कैंसर यानी हड्डियों का कैंसर अब न तो लाइलाज है और न ही इसकी वजह से अंग काटने की नौबत आती है। विशेषज्ञों का दावा है कि नवीनतम तकनीकों की मदद से समय रहते बोन कैंसर का पता लगा कर उसका इलाज किया जा सकता है। इन आधुनिक तकनीकों की मदद से बोन कैंसर के कारण होने वाली मृत्यु दर घटाने में मदद मिली है। राजीव गांधी कैंसर इन्स्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर के कन्सल्टेन्ट आर्थोपेडिक ओन्कोलॉजिस्ट डॉ. अक्षय तिवारी ने बताया कि अब बोन कैंसर अर्थात आस्टियोसरकोमा के 80 से 90 फीसदी मामलों में जो सर्जरी की जाती है, उसमें अंगों को काटना नहीं पड़ता। पहले बोन कैंसर वाले अंग को काटना मानक इलाज माना जाता था। अब आस्टियोसरकोमा का अगर समय रहते पता चल जाए, तो इसके 60 से 70 फीसदी मरीजों को उनके अंग काटे बिना बचाया जा सकता है।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
|