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तीसरा दृश्य ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
चित्रगुप्त बदहवास भागता हुआ यमराज को खबर करता है।
चित्रगुप्त: महाराज, महाराज। गजब हो गया। यम : भारत की बिजली-समस्या के ब्लैक-आउट से बड़ा क्या गजब हो सकता है चित्रगुप्त। बोलो, कुपोषित मानव की तरह तुम्हारा चेहरा क्यों उतरा हुआ है।
चित्रगुप्त : महाराज, पार्टी में कई लोगों का पेट खराब हो गया है।, उल्टियाँ हो रही हैं। बड़े-बडे दिग्गज वॉशरूम की तरफ दौड़ रहे हैं।
यमराज : (चौंकते हुए) एँ इसका क्या कारण है चित्रगुप्त।
चित्रगुप्त : महाराज, बिना उगाया अन्न और बिना श्रम के पकाया जाने वाला खाद्य खाने वाले देवता जो सदैव अभिनेताओं द्वारा अनुशंसित वाटर-फिल्टर का ही पानी पीते हैं, उनके सहित विभिन्न दैत्य, और लम्बी डकार लेने वाले चिरंजीवी ऋषि, ये सभी मृत्युलोक के भोजन से बीमार पड़ गये हैं, महाराज।
यम: क्या कहते हो।।।।।
चित्रगुप्त : सत्य कहता हूँ महाराज, देवताओं ने 20 मिनिट में पिज्जा हाजिर करवाया था। अब इतनी ही देर में एम्बुलैंस बुलाने की जरूरत आ पड़ी है। सारे देवता झिंगा-लाला हो रहे हैं, अब गए कि तब गए।।। ऊपर से पूरा फास्ट-फूड मीनू चाट गए हैं।
यम : ग्रहों की क्या स्थिति है चित्रगुप्त : बुरा हाल है महाराज, सबसे ज्यादा कुशल पाचन-तंत्र वाले शनि की दशा खराब चल रही है। शनि चाट-पानीपूरी, नूडल्स और पावभाजी का बड़ा शौकीन है। अब औंधे मुँह डला है। पृथ्वीलोक का कोई भी डॉक्टर ‘सत्यमेव जयते’ के इश्यू की वजह से शनि का फोन रिसीव नहीं कर रहा है।
Last edited by agyani; 06-02-2013 at 09:17 PM.
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