Re: *****दहेज़ प्रथा एक अभिशाप*****
जब लड़कियां खुद चाहती हैं कि उनके माँ-बाप दहेज दें तो दहेज़ मांगने वालों का नम्बर दूसरा और देने वालों का नम्बर तीसरा हो जाता है
पहले तो लड़कियों को चेतना जागृत करनी होगी खुद में
कि वे अपने पति की कमाई पर गुजर बसर करने के लिए तैयार रहें
दहेज़ सारी जिन्दगी काम नहीं आएगा (लेने वालों ध्यान दें )
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