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Originally Posted by bond007
हाजिर तो हम भी हैं श्रीमान| बस एक मुसीबत है कि जब तक हम आते हैं, बाकी सभी साथी गण निकल लेते हैं|
क्योंकि मेरा फोरम पर आना १० बजे के बाद ही हो पता है|
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बंधू
क्या करेँ दिन रात काम करेँगे तो विश्राम कब करेँगे
आपके साथी जय भैय्या बन सकते हैँ