Re: स्वाइन फ्लू जानकारी – लक्षण, कारण ...
वरिष्ठ नागरिकों में स्वा*इन फ्लू
वे लोग, जो 65 साल के हैं, या उससे बड़े हैं, बुजुर्ग की श्रेणी में आते हैं। बुजुर्ग लोग सामान्य फ्लू की अपेक्षा एच-१-एन-१ फ्लू के वायरस की चपेट में कम आते हैं। ६५ साल या उससे बड़े लोगों में संक्रमण का खतरा कम हो जाता है । हाल ही के रिपोर्ट के अनुसार, 65 उम्र से बडी उम्र के लोगों में एच-१-एन-१ फ्लू के अपेक्षाकृत कम संक्रमण के मामले पाए गए हैं, और गम्भीर बीमारी और मौत के बहुत कम मामले दिखाई दिए हैं। यद्यपि 65 उम्र से बडी उम्र के लोगों में एच-१-एन-१ फ्लू के अपेक्षाकृत कम संक्रमण के मामले पाए गए हैं, लेकिन यदि वे संक्रमित होते हैं, तो इनमे गम्भीर बीमारी और मौत का खतरा अधिक रह्ता है।
एच-१-एन-१ फ्लू से बचाव
• टीकाकरण - स्वाइन फ्लू का टीका अवश्य लगवाए, जैसे ही टीका उपलब्ध हो, क्योंकि एच-1-एन-1 संक्रमण से बचाव के लिए यह सबसे बढ़िया रास्ता है। अपने चिकित्सक से सामान्य फ्लू के टीके के बारे में भी जानकारी ले लें । फ्लू से पूर्णरूपेण सुरक्षा के लिए दोनों ही टीकों की बेहद ज़रूरत होती है ।
• विषाणु रोधक दवा (एंटीवायरल दवा)- यदि आपके चिकित्सक को ज़रूरत महसूस होगी, तो आपके लिए विषाणु रोधक दवाओं (एंटीवायरल दवा) का सुझाव दे सकते हैं । दो दवाईयों, ओसेल्टामविर (टेमीफ्लु) और ज़नामिविर (रेलेंज़ा) का उपयोग स्वाइन फ्लु को ठीक करने के लिये दवा उपचार के तौर पर किया जाता है ! ये दवाएं फ्लु के उपचार के लिए दूसरा कारगर तरीका है। विषाणु रोधक दवाओं को रोग शुरू होने के २ दिनो के भीतर लेना शुरू कर देना चाहिए, क्योंकि यदि ये दवाएं जितना जल्दी शुरू की जाती हैं, उतना अधिक असरदार होती हैं और ये दवाएं 5 दिनों तक दवा लेनी चाहिए।
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मैं क़तरा होकर भी तूफां से जंग लेता हूं ! मेरा बचना समंदर की जिम्मेदारी है !!
दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत ! यह एक चिराग कई आंधियों पर भारी है !!
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