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Originally Posted by Dark Saint Alaick
आपकी डायरी के इन अनमोल पलों के बलिहारी। कृपया ज़ारी रखें।
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सूत्र पर विजिट करने के लिए और प्रशंसा के अनमोल शब्दों के लिए आपका धन्यवाद, अलैक जी. डायरी लिखने का सुख या उससे प्राप्त होने वाले आत्म-संतोष को एक डायरी लिखने वाला ही जान सकता है. इन किस्सों को जारी रखने का प्रयास करूंगा.