Re: इधर-उधर से
दो शे'र प्रस्तुत हैं:
फ़लक देता है जिनको ऐश उनको ग़म भी देता है
जहाँ बजते हैं नक्कारे वहां मातम भी होता है
(शायर: दाग़ दहलवी)
कांटों से गुज़रना तो बड़ी बात है लेकिन
फूलों पे भी चलना कोई आसान नहीं है
(शायर: आसी दानापुरी)
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नीचे हम कुछ शब्द दे रहे हैं और देखते हैं कि हम उनके अर्थ से कितना परिचित हैं:
अरण्यरोदन / परिप्रेक्ष्य /प्रतिफल /विदीर्ण /मायावी / वितृष्णा
आइये अब अपने सोचे हुए अर्थ का निम्नलिखित से मिलान कर लेते हैं:
अरण्यरोदन = ऐसा रोना जिसे कोई सुनने वाला न हो
परिप्रेक्ष्य = किसी भी दृश्य को ठीक ठीक अनुपात में प्रस्तुत करना
प्रतिफल = परिणाम / नतीजा
विदीर्ण = फाड़ा हुआ (वाक्य: इस दुखद समाचार ने लोगों के हृदय विदीर्ण कर दिए)
मायावी = छलने वाला
वितृष्णा = इच्छा से मुक्ति
(29/11/1996)
Last edited by rajnish manga; 25-03-2013 at 06:17 PM.
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