Re: दर्द की बात प्यार के साथ ( शायरी,गीत,गजल)
उनको बुलाएं हम , तो , वो मुंह खोलते नहीं
!
सुन कर भी निदायें हज़ार बोलते नहीं !
आते हैं रोज़ बाम पी , पर , सिर्फ लम्हे को ;
पहले की तरह शाम -ओ -सहर डोलते नहीं !!
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Disclaimer......! "फोरम पर मेरे द्वारा दी गयी सभी प्रविष्टियों में मेरे निजी विचार नहीं हैं.....! ये सब कॉपी पेस्ट का कमाल है..."
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