Re: आधुनिक गीता
जो कम्यूटर आज तुम्हारा है ...
वह कल किसी और का था ...
कल किसी और का और परसों किसी और का होगा ......
तुम इसे अपना समझ कर क्यों मगन हो .. क्यों खुश हो ...
यही खुशी तुम्हारी समस्त परेशानियों का मूल कारण है ...
क्यों तुम व्यर्थ चिंता करते हो ..किस से और क्यों डरते हो ...
तुम्हे कोई नहीं निकाल सकता है ....
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