Quote:
Originally Posted by dark saint alaick
आपके अनुपम योगदान के लिए शुक्रिया रजनीशजी। मुझे और भी ज्यादा खुशी होगी, अगर आप इस सूत्र को अपनी किसी ग़ज़ल से सुशोभित करेंगे। धन्यवाद।
|
Quote:
Originally Posted by aspundir
अनुपम ...................
|
अलैक जी और पुंडीर जी का उनकी उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ. अपनी रचना यहां रखने का अवश्य प्रयत्न करूंगा मित्र.