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Originally Posted by dipu
नई दिल्*ली। स्*पॉट फिक्सिंग को लेकर कई दिन तक दिल्*ली पुलिस की रिमांड में रहने के बाद तिहाड़ जेल भेजे गए क्रिकेटर एस.श्रीसंथ की जेल में पहली रात बैचेनियों से भरी रही। जेल सूत्रों के मुताबिक, श्रीसंथ को जेल नंबर एक में रखा गया है। यहां देर रात तक श्रीसंथ टीवी पर खबरिया चैनलों पर नजर गढ़ाए रहे और खुद को लेकर मीडिया में चल रही खबरों और अटकलों को देखते रहे। ( हरभजन से होगी पूछताछ, धोनी का भी आ रहा नाम) वहीं बुधवार को अभिनेता विंदू की रिमांड 31 मई तक बढ़ा दी गई। विंदू ने आरोप लगाया है कि पुलिस उन्हें परेशान कर रही है।
जेल में श्रीसंथ का भी अच्छा हाल नहीं है। ज्*यादातर चैनलों पर उनको लेकर चल रही खबरों और चैनलों द्वारा उनके संदर्भ में किए जा रहे नए-नए खुलासों के दावों पर वे झल्*लाए से दिख रहे थे। जेल मैनुअल के हिसाब से छूट मिलने पर वे अपने साथ चादर ले गए, जिसे उन्*होंने जमीन पर ही बिछा लिया और देर रात करीब साढ़े 12 बजे तक सो भी गए। वे काफी उदास दिख रहे थे। उन्*होने किसी से बात भी नहीं की। (exclusive pics: रिमांड रूम में कुछ ऐसी हो गई श्रीसंथ की हालत)
बुधवार सुबह उन्*हें जेल नियमों के हिसाब से सवेरे ही उठना पड़ा और वे जेल की प्रार्थना सभा में शामिल हुए। इसके बाद उन्*होने जेल की कैंटीन से खरीदकर हल्*का नाश्*ता भी किया। उन्*हें पूरा भरोसा है कि वे जल्*द जमानत पर रिहा हो जाएंगे। इसका जिक्र भी जेल अधिकारियों से किया। श्रीसंथ के अलावा मंगलवार को दिल्ली के साकेत कोर्ट ने अजीत चंदीला को भी तिहाड़ जेल भेजने का फैसला सुनाया था।
दोनों क्रिकेटरों को 4 जून तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। न्*यायिक हिरासत अवधि खत्*म होने पर उन्*हें आगामी 4 जून को कोर्ट में भी पेश किया जाएगा। संभवत वे इस अवधि के दौरान या अदालत में पेश किए जाने के दौरान जमानत अर्जी भी अदालत में दायर कर सकते हैं। अगर अभियोजन ने उनकी जमानत याचिका का विरोध नहीं जताया तो उन्*हें बेल मिल सकती है। बता दें कि दिल्ली पुलिस ने बीते 16 मई को आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग का खुलासा करते हुए राजस्थान रॉयल्स के एस श्रीसंथ , अंजीत चंदीला और अंकित चव्हाण को गिरफ्तार किया था। उनके अलावा कई बुकीज भी गिरफ्तार किए गए थे। (खेल मंत्री की भी नहीं सुनेंगे श्रीनिवासन, इस्*तीफे से इनकार)
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नई दिल्ली। गिरफ्तार क्रिकेटरों एस. श्रीसंत और अजीत चंदीला के अलावा दो सट्टेबाजों को दिल्ली की अदालत ने मंगलवार को चार जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अदालत ने इस दौरान आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण के संदर्भ में भारतीय तेज गेंदबाज श्रीसंत से हिरासत में दो दिन और पूछताछ की जांच एजेंसी की मांग ठुकरा दी। मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट लोकेश कुमार शर्मा ने दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ का श्रीसंत की पुलिस हिरासत बढ़ाने का आग्रह ठुकराते हुए कहा कि उसे उसके पीछे जो हुआ उसके लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।
पुलिस ने कहा था कि श्रीसंत की गिरफ्तारी के तुरंत बाद उनके कमरे को साफ किया गया और कुछ चीजों को हटा दिया गया। इस पर अदालत ने कहा, श्रीसंत को उनकी पीठ के पीछे हुई चीजों के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। मेरा नजरिया है कि यह अरोपी के साथ अन्याय होगा। अदालत ने श्रीसंत की हिरासत के लिए कोई नया आधार पेश नहीं कर पाने के लिए जांचकर्ताओं की खिंचाई भी की। अदालत ने कहा कि आखिर क्यों उसे दो दिन के लिए आपकी मेहमाननवाजी में भेजा जाए।
अदालत ने कहा, आप (जांचकर्ता) कैसे मान सकते हैं कि हटाया गया सामान श्रीसंत का था क्योंकि कोई भी उसे फंसाने के लिए इसे वहां रख सकता है। अदालत ने चंदीला और दो सट्टेबाजों अश्विनी अग्रवाल और चंद्रेश पटेल को भी न्यायिक हिरासत में भेज दिया क्योंकि पुलिस ने कहा कि पूछताछ में हिरासत के लिए इनकी अब जरूरत नहीं है। अदालत ने
राजस्थान रायल्स के खिलाड़ी अंकित चव्हाण की जमानत याचिका खारिज कर दी जबकि श्रीसंत की जमानत याचिका पर सुनवाई चार जून को होगी।
दलीलों के दौरान वरिष्ठ सरकारी वकील राजीव मोहन ने अदालत से कहा कि विभिन्न फोन काल को इंटरसेप्ट करने से सुझाव मिलता है कि इस प्रकरण में कई बड़े नाम भी शामिल हो सकते हैं क्योंकि कई फोन अंडरवल्र्ड डान दाउद इब्राहिम को भी किए गए। पुलिस ने कहा कि कुछ कडिय़ां उन्हें नहीं मिली हैं और वे इस पर काम कर रहे हैं। श्रीसंत की हिरासत बढ़ाने की मांग करते हुए वकील ने अदालत से कहा कि अभिषेक शुक्ला अब जांच से जुड़ गया है और उस पर आरोप है कि उसने इस क्रिकेटर की गिरफ्तारी के तुरंत बाद उसका कमरा साफ किया। वकील ने कहा कि श्रीसंत का शुक्ला के साथ आमना सामना कराना है जिसने संभवत: इस क्रिकेटर के कमरे से इलेक्ट्रानिक उपकरण और डाटा हटाया।
इसके अलावा पांच लाख रुपये की बरामदगी भी बाकी है क्योंकि श्रीसंत के मित्र जिजू जनार्दन ने उनकी ओर से 10 लाख रुपये लिए थे। पुलिस ने अदालत को बताया कि श्रीसंत द्वारा दी गई पार्टियों के बिल शुक्ला ने भरे क्योंकि बिल पर शुक्ला के पैन कार्ड नंबर का जिक्र है। श्रीसंत की ओर से पेश वरिष्ठ वकील रेबेका जान ने पुलिस हिरासत की याचिका का विरोध करते हुए कहा कि उसकी हिरासत में 12 दिन की पूछताछ के बाद यह पूरी तरह अन्यायपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हिरासत के लिए पुलिस के आधार अपुष्ट हैं।
इस बीच अदालत ने तिहाड़ जेल के अधिकारियों को आरोपी अश्विनी को
मुंबई की अदालत के समक्ष पेश करने को कहा। मुंबई की अदालत ने अश्विनी के खिलाफ प्रोडक्शन वारंट जारी किया है। अदालत ने साथ ही कहा कि अश्विनी को चार जून से पहले वापस लाया जाए। अदालत ने इससे पहले अन्य आरोपियों पूर्व रणजी खिलाड़ी बाबू राम यादव, क्रिकेटर चव्हाण और तीन अन्य सट्टेबाजों जिजू, दीपक कुमार और मनन भट को चार जून तक न्यायिक हिरासत में भेजा दिया।
दिल्ली पुलिस ने स्पाट फिक्सिंग प्रकरण में अब तक 22 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और चार सट्टेबाजों को छोड़कर अन्य सभी को न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है। गिरफ्तार सट्टेबाज भूपिंदर नागर, सैयद दुरेज अहमद और सुनील सक्सेना 30 मई तक पुलिस हिरासत में हैं। सट्टेबाज मोहम्मद याहया भी पुलिस हिरासत में है।