Re: खजाने की खोज (treasure island)
कैप्टन फ्लिंट की पूर्वकथा
ट्रेजर आइलैंड में काल्पनिक पिछली घटनाओं के अनेक संदर्भ शामिल हैं, जो पूरी कहानी के दौरान धीरे-धीरे सामने आते हैं और एक पूर्वकथा पैदा होती है जो मुख्य कथानक की घटनाओं पर प्रकाश डालती है.
पूर्वकथा का बड़ा भाग जलदस्यु कैप्टन जे. फ्लिंट से संबंधित है, "खून का प्यासा जलदस्यु जो कभी था", जो कभी भी दिखाई नहीं दिया, वह मुख्य कहानी के शुरू होने के पहले ही मर गया. एक लम्बे कैरियर के साथ फ्लिंट वालरस का कप्तान था, जो मुख्य रूप से वेस्ट इंडीज और दक्षिण अमेरिकी उपनिवेशों के तटों में काम किया करता था. मुख्य कहानी में दिखायी देने वाले उसके दल के सदस्यों में निम्नलिखित चरित्र भी शामिल हैं: फ्लिंट का पहला साथी विलियम (बिली) बोन्स; उसका रसद अधिकारी जॉन सिल्वर; उसका बंदूकची इस्राईल हैंड्स; और उसके अन्य नाविकों में शामिल हैं: जॉर्ज मेरी, टॉम मोर्गन, प्यूव, "ब्लैक डॉग" और अल्लरडैस (जो खजाने की तरफ फ्लिंट का खबरी था). फ्लिंट के दल के और भी अनेक सदस्य हिस्पानिओला समुद्री यात्रा में शामिल थे, लेकिन हमेशा उनकी पहचान करना संभव नहीं था कि कौन फ्लिंट का आदमी था और कौन बाद में विद्रोह में शामिल होने को राजी हुआ - जैसे कि जहाज का एक अधिकारी जॉब एंडरसन और विद्रोही "जॉन", जो कि खजाने के भण्डार की तलाशी में मारे गये.
फ्लिंट और उसका दल सफल, क्रूर, भयभीत करनेवाला था (जहाज का सबसे उजड्ड दल), और अमीर भी, काश वे चुराए गये पैसे अपने हाथों में रख सकते. अपनी डकैती के जरिये फ्लिंट ने एक बड़ा खजाना जमा कर लिया था, जो सोना, चांदी की ईंटों और हथियारों के भण्डार के रूप में £7000,000 का था - लेकिन यह खजाना दूरदराज के एक कैरेबियन द्वीप में गाड़ कर रखा गया था. फ्लिंट ने अपने छः नाविकों के साथ इस खजाने को वालरस से तट पर लाया था, और सुरक्षा की दृष्टि से उसने एक बाड़ा भी बनाया था. उन्होंने जब इसे गाड़ दिया, तब फ्लिंट अकेले ही वालरस पर वापस आया - उसने अन्य सभी छः लोगों की हत्या कर दी. खजाने के स्थान का एक नक्शा उसने मरने तक अपने पास ही रखा.
तत्पश्चात तुरंत ही फ्लिंट और उसका दल अज्ञात स्थानों पर चला गया, लेकिन बाद में वे जॉर्जिया प्रांत के सवाना शहर में दिखाई दिये. तब फ्लिंट बीमार थाऔर रम के अत्यधिक सेवन के कारण उसकी बीमारी ठीक नहीं हो पा रही थी. कुछ लोग बताते हैं कि रोगशय्या पर रहते हुए वह "फिफ्टीन मेन" नामक एक मांझी समूह गीत गा रहा था और लगातार रम की मांग किये जा रहा था, जबकि उसका चेहरा नीला पड़ता जा रहा था. उसके अंतिम शब्दों में थे "डार्बी एम्'ग्राव! डार्बी एम्'ग्राव!", और फिर, कुछ गालियां बकने के बाद! "जहाज के पीछे से रम लाओ, डार्बी!". मरने से ठीक पहले, उसने खजाने का नक्शा वालरस के अपने साथी बिली बोन्स को सौंप दिया (बोन्स ने उसे सहेज कर रखा).
फ्लिंट की मृत्यु के बाद दल विभाजित हो गया और दल के ज्यादातर लोगों में से ज्यादातर लोग इंग्लैंड लौट गये. उन्होंने खजाने में अपने-अपने हिस्से का भिन्न प्रकार से उपयोग किया. जॉन सिल्वर ने अपना £2000 बैंकों के सेफ में रख छोड़ा और इंग्लैंड के ब्रिस्टल में एक तटीय शराबखाने का रक्षक बन गया. प्यूव ने एक साल में £1200 खर्च कर डाला और बाद के दो वर्षों तक भीख मांगी और फाकाकशी की. बेन गन्न बिना नक्शा के खजाने की खोज में ट्रेजर आइलैंड चला गया, और खोज के प्रयास तुरंत विफल हो गये, उसके दल के सदस्य द्वीप में उसे अकेला छोड़कर चले गये. नक्शा पास होने के कारण बोन्स जानता था कि वह एक विशिष्ट व्यक्ति है (जल्द ही फ्लिंट के दल के अन्य सदस्यों में खजाने की खोज की इच्छा पैदा होनी चाहिए), इसीलिए वह इंग्लैंड से कहीं बहुत दूर किसी जगह पर शरण लेने की कोशिश करता रहा. यात्रा करते हुए वह वेस्ट कंट्री के सागर तटीय गांव ब्लैक हिलकोव और 'एडमिरल बेनबोव' सराय जा पहुंचा.
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