खालिद भाई अपने आप से ही बातें कर रहे हो!
वैसे, अगर टॉपिक पर बात करें तो इसमें कुछ गलत नहीं है! अगर खेल में कुछ मजेदार नहीं हो रहा तो लोगो को उनका पैसा बर्बाद हुआ लगता है. ऐसे में अगर कुछ उनका मनोरंजन करने के लिए हो, तो लोग अगली बार वापिस आना पसंद करेंगे. फिर खिलाडिओं का भी मनोबल बढ़ता है! अगर लोग कम आयेंगे तो खेलने वालो को लगेगा कि उनके खेल कि कोई मान्यता ही नहीं है!
और हाँ, दरअसल ये सूत्र खोलते वक़्त में उम्मीद कर रहा था कि आप सब यहाँ चित्र पोस्ट कर रहे है. चर्चा हो रही है, ऐसी उम्मीद कम ही थी.