Re: रथयात्रा
उदयपुर। भगवान जगन्नाथ अपने रथ पर सवार होकर शहर के भ्रमण पर निकल पड़े हैं। इस दौरान भगवान जगन्नाथ को बंदूकों की सलामी दी गई। रथ पर भगवान जगन्नाथ के साथ बलभद्र और सुभद्रा भी हैं। भगवान के स्वागत में भक्तजनों ने फूलों की बारिश की। दर्शन के लिए हजारों की तादाद में भक्त मंदिर के बाहर इकट्ठा हुए हैं। भक्तों का रेला भगवान के साथ शहर की गलियों में निकल पड़ा है।
रथ के साथ-साथ महिलाओं का समूह कलश लेकर चल रहा है। भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए लोग घर की छतों पर कब्जा जमाए हुए हैं। स्थानीय लोगों के अलावे बाहर से घूमने आए श्रद्धामय देशी-विदेशी पर्यटक भी रथयात्रा में शामिल हैं।
इससे पहले यात्रा शुरू करने के पूर्व मंदिर परिसर में परिक्रमा का दौर चला। रथयात्रा को लेकर जगदीश चौक से रंग निवास तक झांकियां सजाई गई।
इससे पहले शहर में निकलने वाली रथ यात्रा से पूर्व भगवान जगन्नाथ का रिमझिम बारिश ने स्वागत किया। रथयात्रा को लेकर सुबह से ही शहरवासी क्षेत्र में जुटना शुरू हो गए हैं। सुबह 11 बजे तक भगवान जगदीश को लेकर रीति रिवाज और परंपराए निभाई गई।
इधर, हिरण मगरी सेक्टर सात की रथ यात्रा जगदीश चौक के लिए रवाना हो चुकी है। गौरतलब है कि ये रथयात्रा जगदीश चौक आकर मुख्य रथ यात्रा में समाहित हो जाती है। बैंड बाजों की मधुर धुन पर भगवान जगदीश के भजन चल रहे थे, तो क्षेत्रवासी और श्रद्धालुओं की उत्सुकता उनके चेहरे से झलक रही थी।
सेक्टर सात में भी भगवान के श्रृंगार दर्शन को हजारों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े। भक्त रथयात्रा को लेकर होने वाले विभिन्न अनुष्ठानों में हिस्सा ले रहे हैं। इधर, महिला सदस्य और आम महिलाएं भी मंदिर प्रांगण में पहुंच चुकी हैं
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मैं क़तरा होकर भी तूफां से जंग लेता हूं ! मेरा बचना समंदर की जिम्मेदारी है !!
दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत ! यह एक चिराग कई आंधियों पर भारी है !!
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