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दफ्तर में प्रबंधन को समझ नहीं पाते शीर्ष बिजनेस स्कूलों के स्नातक
नई दिल्ली। देश के शीर्ष बिजनेस स्कूलों के एमबीए स्नातक वास्तव में कार्यस्थल पर प्रबंधन की व्यावहारिक समझ नहीं रखते हैं। रोजगार क्षमता समाधान प्रदाता एस्पाइरिंग माइंड्स की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है। ‘प्रैक्टिकल इंटेलिजेंस इन टॉप बी-स्कूल इन इंडिया’ विषय की रिपोर्ट में देश के शीर्ष बिजनेस स्कूलों के छात्रों पर यह अध्ययन किया गया है। इसमें कहा गया है कि व्यावहारिक बुद्धिमता तथा स्थिति से निपटने की क्षमता के मामले में प्रबंधन स्नातक तथा उद्योग का अनुभव रखने वाले लोगों के अंकों में काफी अंतर पाया गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन एमबीए स्नातकों तथा उद्योग का 3 से 5 साल का अनुभव रखने वाले लोगों के बीच व्यवहारिक समझ के मामले में काफी अंतर पाया गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि सर्वेक्षण के ये निष्कर्ष इस दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण हैं कि देश की प्रमुख कंपनियां इन बिजनेस स्कूलों के छात्रों की ही नियुक्तियां करती हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि बिजनेस स्कूलों को एमबीए पाठ्यक्रम से उपर उठकर छात्रों की व्यावहारिक बुद्धिमता को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। एस्पाइरिंग माइंड्स के सीटीओ और सीओओ वरण अग्रवाल ने कहा, ‘हमारे देश के शीर्ष बिजनेस स्कूल देश की प्रमुख कंपनियों को प्रतिभा उपलब्ध कराते हैं। उद्योग इन प्रतिभाओं के आकलन के लिए कई तरीके अपनाता है।’
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
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