Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
फ़ोन की घंटी बज़ी और डॉक्टर साहब जल्दी से तैयार होकर जाने लगे .
उनकी पुत्री ने अपने पिताजी को इतनी जल्दबाज़ी में जाते देखा तो पूछा पिताजी इतनी जल्दी मे कहाँ जा रहे हैं .
डॉक्टर साहब बोले — ” अभी-अभी रीगल होटल रूम न.302 से फ़ोन आया था की जल्दी से आ जाओ नही तो मेरी जान निकल जाएगी” .
डॉक्टर साहब की पुत्री ने शर्माते हुए कहा — ” ओह नो पापा , वो फ़ोन तो मेरे लिए था “
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