Re: शाकाहार या मांसाहार?
मनुष्य शरीर की बनावट
* मनुष्य के शरीर में आंतो की लम्बाई अधिक है, कम लम्बाई की आंते मांसाहार एवं लम्बी आंते शाकाहार को पचाने में अच्छा कार्य करती हैं. मांसाहार करने वाले पशुओं में आंते कम लम्बी होती हैं क्योंकि मांसाहार शाक के अपेक्षा जल्दी पच जाता है. लम्बी आंत में मांस का पाचन हो जाने के बाद उसके अपशिष्ट का भी पाचन होने लगता है.
* शरीर में किसी भी विजातीय वस्तु से घातक प्रभाव उत्पन्न होते हैं. मनुष्य के शरीर का प्रोटीन अन्य प्रजाति (विभिन्न पशु/जीव जंतु) के प्रोटीन से अलग होता है. खास तौर से विजातीय रक्त का शरीर में जाना, बेहद जटिल क्रियाएं करता है जिस से शरीर को हानि होती है
* मांसाहार से मस्तिष्क में क्रूरता बढती है
* मांसाहार के लिए किसी की जान जाती है सिर्फ स्वाद के लिए
* मांस जल्दी ख़राब हो जाता है.
* मांस में विषाणु आसानी से पनपते हैं जिनको समाप्त करना कठिन कार्य है
* मांस सिर्फ प्रोटीन है, जबकि शाकाहार सम्पूर्ण भोजन
......निर्णय आपका है.......
?? शाकाहार या मांसाहार ??
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