Re: एक शाम .. तुम्हारे नाम
देरी से इस कथा-सूत्र पर पहुँचने के लिये क्षमा चाहता हूँ और एक बढ़िया कहानी पढ़वाने के लिये आपको धन्यवाद देना चाहता हूँ, जय जी. कथा का विकास प्रभावित करता है लेकिन कहानी के अंत में आकर हैरत हुई कि जो नायिका नायक के जन्मदिन के अवसर पर by air उससे मिलने आयी थी, आखिर क्यों इतनी बदली-बदली और रिज़र्व लग रही थी?
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