ग्रामीण भारत का भविष्य उज्जवल है, कैसे और क्यों?
ग्रामीण मार्केट को किसी भी global recession या मंदी का असर नहीं पड़ता.
क्रेडिट कार्ड, विदेशी बैंक और लोन अभी ग्रामीण भारत से दूर ही है. और आपको तो पता ही होगा, २ साल पहले जो विश्व में मंदी आई थी उसमे इनका कितना बड़ा योगदान था.
हाल के वर्षो में अच्छे मानसून और NREGA के कारण ग्रामीण इलाको में गरीबी कम हुई है और लोगो की क्रय शक्ति बडी है.
किसानो के लोन सरकार ने माफ़ किये है.
भारत निर्माण प्रोग्राम से ग्रामीण आधार भुत ढाचे का विकास हुआ है.
साक्षरता में वृद्धि हुई है. लोग अब पहले से ज्यादा पढाई लिखाई और नए नए उद्योग धन्दो में ruchi le rahe है.