Re: सर्प का संसार(')_~_~_~
कोबरा की कुछ किस्में हैं जिनके पहचान के लक्षण अलग अलग हैं -एक के फन पर चश्में का दो निशान होता है तो एक पर केवल एक और एक पर कोई निशान नहीं ..पर्यावरण के हिसाब से वे बिलकुल काले और भूरे हो सकते हैं और एक लगभग अल्बिनो किस्म है जो गेहूं के रंग की होती है जिसे पूर्वांचल में गेहुँअन बोलते हैं . कोबरा और दूसरे सापों की देखने की क्षमता बहुत तीक्ष्ण होती है ...इसीलिये तो सापों को संस्कृत में चक्षुश्रवा कहा गया है मतलब आँख से ही देखने सुनने दोनों का काम क्योंकि साँप को तो कान होते ही नहीं ...तो अगर आप ग्राम्य वासी हैं या व्याह शादी या किसी और भी सामाजिक कार्य से मुल्क /गाँव जा रहे हैं तो इस माह ख़ास तौर पर कोबरा से सावधान रहें -बचाव हमेशा इलाज से बेहतर है न ....कोबरा या नाग या किसी भी सांप से जुड़े किसी भी प्रश्न का हम सहर्ष उत्तर देगें ..यह ब्लॉग साँपों से जुड़े प्रश्नों के उत्तर के लिए ही बनाया गया है ....साँपों से प्रत्येक वर्ष भारत में ३० हजार लोगों की अकाल और बहुत ही दर्दनाक मृत्य हो जाती है ....आप और हम मिलकर इस संख्या में कमी ला सकते हैं .....
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