...उन्होंने जब मंत्र पढ़ना शुरू किया, तो साँप अपना ज़हर चूसने के लिए मजबूर हो गया।
"मेरे जीवन की यह एक ऐसी अविश्वसनीय घटना है, जिसपर यकीन करना मुश्किल है। लेकिन आँखों देखी बात है, इसलिए उसपर यकीन न करने का कोई कारण ही नहीं। हुआ यूँ कि मैं अपने गाँव गया था, वह बाँदा जिले के आउटर साइड में पड़ता है। बस स्टैण्ड पर उतरने के बाद मैं ताँगे पर बैठ गया। ताँगा अभी थोड़ी दूर ही चला था कि एक जगह से कुछ महिलाओं की रोने की आवाजें आने लगीं। मैंने जिज्ञाशावस ताँगेवाले से पूछा।
ताँगे वाला बोला- वह सामने पीपल का पेड़ देख रहे हैं आप, वहीं पर कोई नाग बाबा से साँप का ज़हर झड़वाने आया होगा। वे बहुत पहँचे हुए बाबा हैं। कितने भी जहरीले साँप ने काटा हो, उनके पास अगर आदमी पहुँच जाए, तो फिर वे साँप को ज़हर निकालने को मजबूर कर देते हैं।