दोस्तों, आज मैं भारत वर्ष की ज्वलंत समस्या पर प्रकाश डालने जा रहा हूँ? समस्या है बारे राज्यों को थोड़ कर छोटा करने की.
उत्तर प्रदेश को विभाजित कर उतराखंड बना, क्या इससे उतराखंड के निवासियों को फायदा हुआ.. नहीं.
बिहार से निकल कर झारखण्ड बना जो आज भी राजनीतिक उतल पुथल का शिकार है.
मध्य प्रदेश से अलग कर छत्तीसगढ़ बना जो आज भी भयंकर गरीबी की चपेट में है.
तो फिर भी हमारे नेता क्यों आंध्र प्रदेश को विभाजित करने की बात कर रहे है? तेलंगाना क्यों बनाया जाये. क्या कुछ स्वार्थी नेता कुर्सी की खातिर पुरे देश को छोटे छोटे टुकरो में बाटना चाहते है. ऐसे में हम इस देश के आम नागरिक क्या करे?
कब तक हम चुप बैठे?
किसके पास है इन सवालो के जवाब??
क्या बड़े राज्यों को विभाजित कर के छोटे राज्य बनाने चाहिए? इससे किसका भला होगा, कुछ नेताओ को कुर्सी मिलेगी और क्या..
प्रिय मित्रो कृपया अपने विचार रखे.