Re: चर्चा पर खर्चा।
युवी भाई ,
आपके विचार नेक हैँ और आज के दौर मेँ यदि सबके विचार ऐसे ही हो जायेँ तो जन्नत यहीँ बन जाये । मैँ आपके जज्बे को सलाम करता हूँ ।
लेकिन
सूत्र का जो विषय है उस सन्दर्भ मेँ आपकी प्रतिक्रिया अवशेष है , प्रतीक्षित है । मैँ आपकी सुसंगत सारगर्भित टिप्पणी का इन्तजार कर रहा हूँ
__________________
दूसरोँ को ख़ुशी देकर अपने लिये ख़ुशी खरीद लो ।
|