Re: साक्षात्कार
विश्वनाथ जी, किसी भी व्यक्ति के जीवन में कॉलेज जीवन के पल ज़िन्दगी के सबसे यादगार पलों में से एक होते हैं, उनमें से कुछ खास आप हमलोगो से शेयर करना चाहेंगे जिसे याद करके आज भी आपको होठों पे मुस्कान आ जाती हो!
इतने सारे हैं! कहाँ से शुरू करूँ।
१९६७ की बात है।
पहली बार बम्बई शहर छोडकर, राजस्थान में BITS पिलानी आया था, जहाँ मेरा admission हो गया था।
होली का समय था। इससे पहले हमने कभी होली खेली नहीं थी।
यहाँ पहली बार अनुभव कर रहा था। घंटे दो घंटे खेलने के बाद, हम पिलानी में शिव-गंगा नहर के किनारे आराम कर रहे थे तब एक दोस्त ने मुझे धक्का देकर नहर में गिरा दिया।
हम तैरना नहीं जानते थे और मैं पानी में गिरकर हाथ पैर छ्टपटाया और खूब पानी पिया!
गनीमत थी, कि पानी केवल ४ या ५ फुट गहरा था और उसमे कोई डूब नहीं सकता था।
यह थी मेरी पहली swimming lesson!
इस अनुभव ने मेरा पानी का डर दिल से हटा दिया और आने वाले दिनों में हमने पिलानी के swimming pool मे जाकर बाकायदा तैरना सीखा।
फिर कभी और भी किस्से सुनाएंगे, खासकर वह संग्राम जो छिड गया था, शाकाहारी और माँसाहारी छात्रों के बीच, जब mess में menu की चर्चा हो रही थी।
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